फोटोइलेक्ट्रिक सेंसर
फोटोइलेक्ट्रिक सेंसर को उस सिद्धांत पर आधारित एक ब्रेकथ्रू तकनीक माना जाता है कि प्रकाश को विद्युत संकेत में बदल दिया जाता है, जो यह बताने के लिए संवेदनशील और स्थिर पड़ताल प्रदान करता है कि कोई वस्तु मौजूद है या नहीं, इसकी अपारदर्शिता, और यहां तक कि रंग के ऐसे छोटे-छोटे परिवर्तन जो इस तस्वीर को नेतृत्व देते हैं। इसके मुख्य कार्यों में वस्तु का पता लगाना, गणना और मापन, सुरक्षा निगरानी और इत्यादि शामिल है। सेंसर फोटोइलेक्ट्रिक के लिए तकनीकी विशेषताओं में विभिन्न प्रकाश स्रोत जैसे अन्वेषी, दृश्य या लेजर शामिल हैं। पड़ताल के तरीके भी बीम-थ्रू टाइप हो सकते हैं, जोकहाँ यह पुरानी चुटकुला/रिट्रो-रिफ्लेक्टिव टाइप जैसे ही है जिसकी ऊपर बात की गई है, यहाँ तक कि जीवन के लिए महत्वपूर्ण चीजों में भी पार्टिकल हो सकते हैं। ये सेंसर छोटे आकार के होते हैं, लंबे समय तक चलते हैं और कम स्वचालित रखरखाव की आवश्यकता होती है। वे विनिर्माण, पैकेजिंग स्वचालन और परिवहन जैसे विभिन्न उद्योगों में भी अनुप्रयोग पाते हैं। जहां भी उनका उपयोग किया जाता है, वहां विभिन्न कार्यों की कुशलता में सुधार होता है।